Hindenburg News: अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburge Report) विवाद कम नहीं हो रहा है. अडानी ग्रुप और अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग आमने सामने आ चुके हैं. अडानी ग्रुप (Adani Group) ने कानूनी हथकंड़ा अपनाया है और अमेरिका की बड़ी लॉ फर्म वॉचटेल (Wachtell) को हायर किया है. दूसरी ओर, हिंडनबर्ग पर सोशल मीडिया पर खबर चल रही है कि इसपर प्रतिबंध लगा दिया गया. हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म के संस्थापक ने कंपनी के खिलाफ चल रहे अफवाहों को खारिज कर दिया है.
हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) ने कहा है कि उनकी कंपनी पर कभी बैन नहीं लगा और न ही कभी उसके बैंक खाते पर रोक लगाई गई. साथ ही कंपनी के खिलाफ कोई जांच भी नहीं चल रही है. एंडरसन ने ट्विटर पर एक रिपोर्ट शेयर करते हुए कहा ऐसे किसी भी अफवाह को खारिज कर दिया है.
सोशल मीडिया पर फैली अफवाह
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से हिंडनबर्ग को लेकर कहा जा रहा था कि कंपनी पर एफआईएनआरए ने प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं उसके बैंक अकाउंट को जब्त कर लिया गया है. साथ ही यह भी दावा किया जा रहा था कि हिंडनबर्ग न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर लिस्टेड कंपनी पर रिपोर्ट तैयार नहीं कर सकता है. इसे एंडरसन ने पूरी तरह से गलत बताया है.
अडानी ग्रुप पर क्या थी रिपोर्ट
हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद इसके शेयरो में तेजी से गिरावट हुई है. ग्रुप का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर से ज्यादा कम हो चुका है. यह रिपोर्ट 100 पेज में 24 जनवरी, 2023 को जारी की गई थी.
इन कंपनियों पर भी जारी की थी रिपोर्ट
हिंडनबर्ग को एंडरसन ने 2017 में स्थापित किया था. हिंडनबर्ग इससे पहले लॉर्ड्सटाउन मोटर्स कॉर्पोरेशन (अमेरिका), कांडी (चीन), निकोला मोटर कंपनी (अमेरिका), क्लोवर हेल्थ (अमेरिका) और टेक्नोग्लास (कोलंबिया) के खिलाफ भी रिपोर्ट प्रकाशित कर चुकी है. इसके अलावा हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप से पहले वेलटॉवर इंक पर रिपोर्ट जारी की थी.