डा रामरेखा की व्यंग्य पुस्तक एक लेखक की नरक यात्रा का हुआ विमोचन |
Dr. Ramrekha's satirical book A writer's journey to hell released
पटना
प्रकाशन संस्था नई दिल्ली से प्रकाशित एक लेखक की नरक यात्रा हरिशंकर परसाई के बाद काफी महत्वपूर्ण रचना है। एक चिकित्सक होने के नाते डॉ रामरेखा मरीज के ईलाज के साथ समाज में मौजूद विद्रूपता पर जबर्दस्त कटाक्षों से छा गये हैं।
एक लेखक की नरक यात्रा के संबंध में वरिष्ठ साहित्यकार रामधारी सिंह दिवाकर ने कहा कि शरद जोशी और हरिशंकर परसाई की रचनाओं में हास्य व व्यंग्य की संयुति देखी जाती थीं। उनकी परवर्ती पीढ़ी में डा ज्ञान चतुर्वेदी और डॉ रामरेखा की व्यंग्य शैली में इसे बखूबी महसूस किया जा सकता है।
पटना जिला के रामपुर डुमरा के रहनेवाले डा रामरेखा वर्तमान में बेगूसराय के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी हैं। विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित व्यंग्य रचनाएं, समकालीन लेख व कविताएं उनकी साहित्यिक गतिविधियों को दर्शाती है। दिनकर जयंती समारोह, जिला साहित्य अकादमी एवं साहित्य संस्कृति परिषद जैसे साहित्यिक मंच पर डॉ रामरेखा की सक्रियता देखी जाती है।